इससे कागज़ के दोनों ओर प्रिंट होता है।
सेंटर बाइंडिंग: इस पद्धति का उपयोग तब करें, जब कम संख्या में ऐसे पेज प्रिंट करने हों, जिन्हें आसानी से इकट्ठा किया या आधा मोड़ा जा सके।
साइड बाइंडिंग। एक बार में एक शीट (चार पृष्ठ) को, प्रत्येक के आधे हिस्से को मोड़कर और फिर उन्हें एक बार में एक साथ रखकर प्रिंट करते समय इस विधि का उपयोग करें।
आउटपुट कागज़ के लिए बाइंडिंग पोज़ीशन चुनें।